मुझे बहुत मज़ा अरह है, मेरी पुरे जिसम में कुछ कुछ हो रहा है. है मुझको इतना मज़ा कभी नहीं मिला. और दबाव मेरी बूब्स को." मई अब नमीता के कपडें उतर दिए मै फिर उसकी ची को चूसते हुए उसकी पेतिकोअत का नारा भी खोल दिया जो क़ी उसकी चिकने झंघ से सरकती हुए नेचे गिर गया. अब नमीता मेरे सामने अपनी सिर्फ पंटी पहने खरी हुए थी. मै नेहा के पंटी के उप्पेर से उसकी चूत तो अपने हाटों मलकर मसलने लगा और अपनी एक उंगली से उसकी चूत के छेद को खोदने लगा. अब नेहा क़ी गर्मी अपनी इंतहा पर थी और वो पहले मेरा पंट और फिर मेरा underwear को खोल दिया.
अब मै नमीता के सामने बिलकुल नंगा खरा था. मुझको नंगा कर नमीता हमसे थोरी दूर जा कर खरी हो गयी और मुझको घूरने लगी और बोली, "है शाम! तुम नंगे बहुत सुन्दर दीखते हो, तुम्हारा खरा हुआ लंड देखने में बहुत ही अच्हा लगता है और कोई भी लारकी या औरत इसको अपनी चूत में लेकर चुदवाना चाहेगी." मै अब नमीता का पास गया और अपने बंहू में ले कर उससे पूछा, "मुझे कोई और लरकी या औरत से मतलब नहीं है, क्या तुम मेरे लंड को अपने चूत के उंदर लेना चाहती हो क़ी नहीं?"
तब वो बोले, "आरी तुम अभी नहीं समझे, मै तो कब से तुम्हारे लंड से अपनी चूत क़ी साल फोर्वना चाती हूँ. अब जल्दी से तुम हमको चोदो. मेरे चूत में आग लगी है." इतना सुनते ही मैंने नमीता की पंटी उसके चूतर के उपर से निकल दिया और फिर पंटी को उसकी टांगो से अलग कर दिया. नमीता ने अब झुक कर मेरा लंड को गौर से देखने लगी और देखते देखते ही उसका टोपे पर चुम्मा दिया और फिर उसको अपने मुंह में ले कर चूमने लगी.
मै तब गरम हो कर बोला, "लंड को सिर्फ चूमो मत, उसको अपने जबान से चाटो और जोर जोर से चुसो." नमीता तब बोली, "तुम चुप करो, मुझे अपना वर्क करना अता है और मै अपना कम कर रही हूँ." फिर नमीता ने मेरे लंड के टोपे को अपने मुंह में ले कर चूसने लगी और कभी कभी उसको अपने जबान से चाटने लगी. मुझको अपने लंड चुसी से रहा नहीं गया और अपना लंड नमीता के मुंह में पेल दिया.
नमीता लंड को अपने मुंह के उंदर लाती हुई बोले, "वह मेरे शाम अभी और पेलो अपने लंड को मेरे मुंह में, बादमे इसको मेरे चूत में डालना." अब मै नमीता को बिस्तर पर लेटा दिया और उसके दोनों पैर फैला दिया. मेरे आँखों के सामने उसकी clean शवेद चुत पूरी तरह से खुली हुई थी और मेरे लंड खाने के लिया तयार थी. मै अपना उंगली उसकी चूत में पेल कर उंदर-बहार करने लगा. नमीता तब जोर से बोली, "है, कौन टाइम बर्बाद कर रहे हो, मेरे चुत को उंगली नहीं चाहिए. वो लंड खाने क़ी लिए तरस रही है, उसको अपना लंड खिलाओ."
मै बोला, "कौन फिक्र कर रही हो, अभी तुम्हारी चुत और मेरा लंड का मिलन करवा देते हूँ. पहले मै तुम्हारी चुत का रस चख तो लू. सुना है क़ी सुंदर और सेक्सी औरत के चुत का रस बहुत मीठा होता है." तब नमीता बोले, "ठीक है, तुम मेरा चुत चाटो मै तुम्हारा लंड चुसुंगी," और हम दोनों 69 position ले कर बिस्तर पर लेट गए. अब नमीता क़ी चुत बिलकुल मेरे आंकों के सामने थी. मैंने देखा क़ी उसकी चुत लंड खाने के लिए लर चोर रही थे और उसकी चुत बहार और उंदर से रस से भीगा हुआ था. मैंने जैसे ही नमीता क़ी चुत में अपना जिव घूसेरा वो चिल्लाने लगी, "है, चुसो चुसो, और जोर से चुसो मेरी चुत को. और उंदर तक अपनी जीव घुसाओ, है मेरी चुत क़ी घुन्दी को भी चाटो,
बहुत मज़ा अ रहा है. ही मै अब छूटने वाली हूँ." और इतना कहते ही नमीता क़ी चुत गरम गरम मीठा रस छोर दिया जिसको क़ी मै अपने ज़बान से चाट कर पूरा का पूरा पी गया. उधर नमीता ने अपनी मुंह में मेरा लंड लेकर उसको खुब जोर जोर से चूस रही थी. अब नमीता का चेहरा चमक रहा था और वो मुस्कुराती हुई बोले, "चुत चुसी में बहुत मज़ा आया, अब चुत चुदाई का मज़ा लेना चाहती हूँ. तुम जल्दी से अपना लंड मेरे चुत में पेलो, अब मुझसे रहा नहीं जाता."......
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